Tuesday 29 December 2020

चाकू.. खंजर.. तीर और, तलवार....

 "चाकू.. खंजर..  

                    तीर और, 

                                    तलवार.. 

                     लड़ रहे थे.. कि..., 

             कौन.. ज्यादा गहरा घाव देता है, 

                              शब्द.. 

                पीछे बैठे.. मुस्कुरा रहे थे...।"

Monday 1 June 2020

'SANITIZER' मेडिकल खानदान का वो बेरोजगार  "प्राणी" था।
जो अचानक ही "IPS" बन गया।।
😂😁😂

कर्म

कर्म के पास
 न कागज़ है, न किताब है।
 लेकिन फिर भी,
 सारे जगत का हिसाब है।      
 

Saturday 30 May 2020

1

*"ऊँचा उठने के लिए पंखों की*
 *ज़रुरत केवल पक्षियों को ही*
 *पड़ती है.....*

*मनुष्य भी जितना विनम्रता से*
 *झुकता है उतना ही ऊपर*
 *उठता है"...।

Sunday 24 May 2020

गांव अब पहले जैसे नहीं रहे....

Sunday special 
ये जो तस्वीर है वो दो भाइयों के बीच बंटवारे के बाद की बनी हुई तस्वीर है। बाप-दादा के घर की देहली को जिस तरह बांटा गया है वह समाज के हर गांव-घर की असलियत को भी दर्शाता है।

दरअसल हम गांव के लोग जितने खुशहाल दिखते हैं उतने हैं नहीं। जमीनों के केस, पानी के केस, खेत-मेढ के केस, रास्ते के केस, मुआवजे के केस, व्याह शादी के झगड़े, दीवार के केस,आपसी मनमुटाव, चुनावी रंजिशों ने समाज को खोखला कर दिया है। 
अब गांव वो नहीं रहे कि बस में गांव की लडकी को देखते ही सीट खाली कर देते थे बच्चे। दो चार थप्पड गलती पर किसी बुजुर्ग या ताऊ ने टेक दिए तो इश्यू नहीं बनता था तब।

अब हम पूरी तरह बंटे हुए लोग हैं। गांव में अब एक दूसरे के उपलब्धियों का सम्मान करने वाले, प्यार से सिर पर हाथ रखने वाले लोग संभवत अब मिलने मुश्किल हैं। 
हालात इस कदर खराब है कि अगर पडोसी फलां व्यक्ति को वोट देगा तो हम नहीं देंगे। इतनी नफरत कहां से आई है समाज के लोगों में ये सोचने और चिंतन का विषय है। गांवों में आजकल कितने झगडे होते हैं और कितने केस अदालतों व संवैधानिक संस्थाओं में लंबित है इसकी कल्पना भी भयावह है। 
संयुक्त परिवार अब गांवों में एक आध ही हैं, लस्सी-दूध जगह वहां भी कोल्ड ड्रिंक पिलाई जाने लगी है।

बंटवारा केवल भारत का नहीं हुआ था, आजादी के बाद हमारा समाज भी बंटा है और शायद अब हम भरपाई की सीमाआें से भी अब दूर आ गए हैं। अब तो वक्त ही तय करेगा कि हम और कितना बंटेंगे। 

एक दिन यूं ही बातचीत में एक मित्र ने कहा कि जितना हम पढे हैं दरअसल हम उतने ही बेईमान बने हैं। गहराई से सोचें तो ये बात सही लगती है कि पढे लिखे लोग हर चीज को मुनाफे से तोलते हैं और ये बात समाज को तोड रही है।

Friday 15 May 2020

1

कमजोरियां मत खोज मुझ में मेरे दोस्त!
एक तू भी शामिल है मेरी कमजोरियों में!

2

मुझे गलत समझने से पहले, 
आप संतुष्ट हो जाओ कि आप सही हो।

Thursday 14 May 2020

1

हर रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़े हैं,

ऐ जिन्दगी देख मेरे हौसले तुझसे बड़े हैं..

Tuesday 5 May 2020

शराब

आज समझ आया शराब भी बड़े कमाल की चीज है दोस्तो 
अगर 
फ्री में मिले तो सरकार बन जाती है...
और 
पैसे देकर पिओ तो अर्थव्यवस्था चल जाती है...

Thursday 30 April 2020

1

*स्वयं का दर्द महसूस होना जीवित होने का प्रमाण है*

*लेकिन औरों का दर्द महसूस करना इन्सान होने का प्रमाण है*

ऋषि कपूर का आखरी वीडियो....

https://youtu.be/AF9HOTZMYy8

दो दिन में भारत ने दो बड़े सितारे खो दिए...

दो दिन में भारत ने दो बड़े सितारे को दिए....
Kapoor, Bollywood’s original chocolate boy, dies at 67.💐💐💐

Wednesday 29 April 2020

एक बहुत ही अद्भुत अभिनेता अब हमारे बीच नहीं रहे.....

कौन कहता है देश में हिंदू मुसलमान हो रहा है .....
एक मुसलमान के मरने पर सारा हिंदुस्तान रो रहा है .....

Tuesday 28 April 2020

29/4/2020। /1


भीड़ में भी सीने से लगाकर, दूध पिला देती है
बच्चा अगर भूखा हो तो, माँ शर्म भुला देती है..!!

Friday 24 April 2020

25-04-2020 /1

गरीबी थी 
जो सबको एक आंचल में सुला देती थी, 
अब अमीरी आ गई 
तो सबको अलग मकान चाहिए...

Thursday 23 April 2020

24-04-2020 /1

*हम भी वहीं होते हैं रिश्ते भी वहीं होते हैं और रास्ते भी वहीं होते है.*

*बदलता है तो बस समय, एहसास, और नज़रिया।*

*Good Morning*

Friday 17 April 2020

17/4/2020 /1

क्या कहूं....
    बड़ी मासूम होती है ये मोहब्बत भी ....!
    जनाब....!!

    धड़कनों की हलचल बढ़ जाती है....!
    एक अनजान की बातो में....!!

Friday 10 April 2020

10-4-2020 /1

*उम्र कोई भी हो...*

*जिंदगी रोज कोई ना कोई सबक जरूर सिखाती है।*

Thursday 9 April 2020

9-4-2020 /1

गांवो में तो #किसान आज भी सुरक्षित है -#खेत और खलिहानों में ;
जिंदगी कैद सी हो गई है -तेरे शहर के फ्लैट और मकानों में।

Saturday 4 April 2020

5/4/2020 2

समय, हर समय को बदल देता है,
सिर्फ समय को थोड़ा समय दीजिए।

5/4/2020 1

एक मुद्दत से आरज़ू थी
फुरसत की ...

मिली , तो इस शर्त पे कि
किसी से ना मिलो ..!!


जो कहते थे मरने तक की फुर्सत नहीं है
वो आज मरने के डर से फुर्सत में बैठे हैं

Thursday 2 April 2020

2/4/2020 1

मैंने देखा है मोहब्बत कैसी होती है,

माँ खाना नही खाती जब रोटी आधी होती है।

Tuesday 14 January 2020

15-1-2020 /3

*इंसान अपना घमण्ड ....*
*अपने अच्छे वक़्त मे दिखाता है।*
*लेकिन उसका अंजाम*
*उसके बुरे वक़्त मे दिखता है* 

15-1-2020 /2

*चर्चा और निन्दा*
*यह केवल , सफल व्यक्तियो*
    *के भाग्य में होती है ...*

*इसलिए सफर जारी रखिये*

15-1-2020 /1

*सब के पास समान आँखे हैं,*
             *लेकिन,*
*सब के पास समान दृष्टिकोण नहीं।*
              *बस,*
*यही इंसान को इंसान से अलग करता है।*

Saturday 11 January 2020

11/1/2020 /2

सीने पे तीर खाके भी अगर कोई मुस्कुरा दे तो......
निशाना लाख अच्छा हो मगर बेकार जाता है.......!!!

11/1/2020 /1

*तुझे देखते ही बहक जाते है हम*

 कहना होता है कुछ और,,कह जाते है कुछ और हम

Wednesday 8 January 2020

9-1-2020 /3

*कुछ इकट्ठा भी उन्हीं के पास होता है*

जो बांटना जानते हैं
*फिर चाहे भोजन हो,प्यार हो,सम्मान हो*

9/1/2020 /2

*सहने वाला जनता है कि वो किस दर्द मे है..*

*दुनिया तो बस उसकी झूठी हंसी देखती है।*

9/1/2020 /1

*किसी से बदला लेने का आनंद दो चार दिन रहेगा..*

*पर किसी को माफ करने का आनंद पूरे जीवन रहेगा।*

Sunday 5 January 2020

5-1-2020 /1

जमाना कुछ भी कहता रहे...
तू परवाह मत कर,
जिसकी इजाजत जमीर ना दे वह काम ना कर....

Friday 3 January 2020

4-1-2020 /2

✍..... सफलता वही है
जिसे पाने के बाद
शांति का अहसास हो.....!!!!!

राजस्थान वर्तमान में 4-1-2020 /1

राजस्थान वर्तमान में
*बड़ी भयंकर  समस्या*
से जूझ रहा हैं!!

*अबार*
हाथ का मोजा पेर लेवां..
*तो टच स्क्रीन*
*काम कोनी करे!*

...और मोजा खोल देवां
*तो आंगल्यां*
*काम कोनी करे!!*

😂

चाकू.. खंजर.. तीर और, तलवार....

  " चाकू .. खंजर . .                            तीर और,                                               तलवार ..                        ...